टूटी हुयी कश्ती को कभी किनारा नहीं मिलता टूटे जाये अगर सांसो की डोर
कभी छूता हुआ साथ दोबारा नहीं मिलता चल दिए एक अनजान राह की ओर
सब है एक वो ही नहीं जो था साया हमारा चारो तरफ है लोग और बहुत शोर
बहुत रिश्ते बिखरते है दुनिया में आने पर जुड़ते है है पल पल यहाँ लोग
पर जाने के बाद कौन यद् रखता है नए रिश्ते निभाने के लिए होती है हमेशा एकदौड़ ................................................श्वेता